Wednesday, January 4, 2012

भक्ति गीत तर्ज;- मेरे महबूब न जा, आज की रात न जा


दे बता, अपना पता | न मुझे और सता || 
बख्श दे मेरी खता | चैन कर मुझको अता ||
क्या कहूँ, किस तरह बसर की है | 
तुझको अपनी सदा, खबर दी है ||
थोडी कदमां दे विच, जगाह दे-दे | 
दे गुनाहा दी, माँ सजा दे-दे || दे बता, अपना पता | न मुझे और सता ||
तूं  वली हैं, तूं जग दी वाली हैं |
 माँ तूं खुशियाँ लुटान वाली हैं || 
तेरी  शक्ति मेरा सहारा ए | 
तेरी बख्शिश मेरा गुजारा है || दे बता, अपना पता | न मुझे और सता ||
दूर दुख-दर्द सबके करती है |
 पार सबको भंवर से करती है ||
सीस  दर ते 'शशी' झुकान्दा ए |
तेरी शक्ति दी महिमा गान्दा ए || दे बता, अपना पता | न मुझे और सता ||

1 comment:

  1. बहुत सुन्दर भक्ति गीत है आपका.
    नववर्ष की आपको हार्दिक शुभकामनाएँ.

    आप मेरे ब्लॉग पर आये थे बहुत अच्छा लगा
    फिर से आईयेगा शशि जी.
    आपको वीर हनुमान का बुलावा है.

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