ये नहीं कि ज़िन्दगी अच्छी नहीं ।
हद से ज़्यादा सादगी अच्छी नहीं ।।
इश्क़ जीने पर करे मजबूर है ।
कैसे कह दें आशिक़ी अच्छी नहीं ।।
आइये कुछ प्यार की बातें करें ।
बे वजह संजीदगी अच्छी नहीं ।।
याद रखना एक दिन पछताओगे ।
मूर्खों से दोस्ती अच्छी नहीं ।।
आप हक़ से हक़ सदा माँगा करे ।
इस क़दर बेचारगी अच्छी नहीं ।।
दोस्तों बिन हर ख़ुशी बेकार है ।
दोस्तों से बेरुख़ी अच्छी नहीं ।।
गर भुलाने हैं 'शशी' दुनिया के ग़म ।
बन्दगी से मयकशी अच्छी नहीं ।।
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