उसको इस ख़ौफ़ ने रह रह के डराया होगा ।
आज लगता है जो अपना सा पराया होगा ।।
वो जो कहता है मुझे नींद नही आती है ।
ख़्वाब आँखों से मेरी उसने चुराया होगा ।
अपनी हर बात जो दावे से कहा करता है ।
ये हुनर उसको ज़माने ने सिखाया होगा ।
उसको इस ख़ौफ़ ने रह रह के डराया होगा ।
आज लगता है जो अपना सा पराया होगा ।।
वो जो कहता है मुझे नींद नही आती है ।
ख़्वाब आँखों से मेरी उसने चुराया होगा ।
अपनी हर बात जो दावे से कहा करता है ।
ये हुनर उसको ज़माने ने सिखाया होगा ।
ये नहीं कि ज़िन्दगी अच्छी नहीं ।
हद से ज़्यादा सादगी अच्छी नहीं ।।
इश्क़ जीने पर करे मजबूर है ।
कैसे कह दें आशिक़ी अच्छी नहीं ।।
आइये कुछ प्यार की बातें करें ।
बे वजह संजीदगी अच्छी नहीं ।।
याद रखना एक दिन पछताओगे ।
मूर्खों से दोस्ती अच्छी नहीं ।।
आप हक़ से हक़ सदा माँगा करे ।
इस क़दर बेचारगी अच्छी नहीं ।।
दोस्तों बिन हर ख़ुशी बेकार है ।
दोस्तों से बेरुख़ी अच्छी नहीं ।।
गर भुलाने हैं 'शशी' दुनिया के ग़म ।
बन्दगी से मयकशी अच्छी नहीं ।।