Thursday, December 2, 2010

शोर-ऐ-दिल

मुश्किलों के दरम्याँ भी, मुस्कुरा लेते हैं वो  !
ना-उम्मीदों को,हमेशां, होंसला देते हैं वो  !!
उनके बारे में है कहना, आज बस इतना मुझे !
बातों-बातों में, कला जीने की सिखला देते है वो !!

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