Shoredil
Wednesday, March 9, 2011
वलवले
निकाह नेकी, तलाक लानत है !
ज़िन्दगी प्यार की, अमाबत है !!
तर्क-ए-ताल्लुक के बाद, शादी क्यूँ !
शादी बेवा से कुछ, दयानत है !!
प्यार शादी से पहले धोखा है !
बाद शादी के किसने रोका है !!
यूँ ही बेकार न गँवा देना !
ज़िन्दगी इक सुनहरी मौका है !!
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