झूठ खूबी से बोल लेते हैं 1 कर वो अच्छे कलोल लेते हैं 11
झूठ भी झूठ सा नहीं लगता ! रंग ऐसा वो घोल लेते हैं !!
उनको ऐसा कमाल हासिल है !प्यार काँटे पे, तोल लेते हैं !!
मात देनी हो, जब घटाओं को ! अपनी जुल्फें वो खोल लेते हैं !!
बात जब भी चली है, सपनों की !
याद आई है, मुझको अपनो की !!
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